शोहरतगढ़। ब्लॉक क्षेत्र के ग्राम पंचायत बूढ़ापार में पांच वर्ष में कराए गए विकास कार्यों की जांच में 17.41 लाख रुपये अनियमितता की पुष्टि हुई है। डीडीओ की जांच में अनियमितता की पुष्टि होने के बाद खंड विकास अधिकारी ने सरकारी धन वसूली की कार्रवाई शुरू कर दी है। यहां पर गोशाला निर्माण, सामुदायिक शौचालय व आंगनबाड़ी केंद्र की मरम्मत समेत विभिन्न कार्यों में अनियमितता पाई गई। यहां बिना कार्य कराए ही भुगतान कर सरकारी धन के गबन का मामला सामने आया है। ग्राम गौहनिया शिकायतकर्ता उमाशंकर उपाध्याय छह फरवरी को शोहरतगढ़ ब्लॉक के ग्राम बूढ़ापार में पांच वर्ष में हुए विकास कार्यों में की गई अनियमितता की जांच की मांग की थी। डीडीओ जीपी कुशवाहा ने 13 फरवरी को इसकी मौके पर जांच की। जांच में यहां मनरेगा से हुआ गोशाला निर्माण कार्य अधूरा व अनुपयोगी पाया गया। जिसका अभी तक उपयोग भी नहीं किया गया है। गोशाला निर्माण में अनियमितता की पुष्टि होने पर संपूर्ण धनराशि की रिकवरी करने का निर्देश दिया है। ग्राम पंचायत बूढ़ापार के टोला गौहनिया में एक महिला के खाते में प्रधानमंत्री आवास की तीन किश्त भेजी गई थी, लेकिन मौके पर आवास बना नहीं पाया गया।
सामुदायिक शौचालय व आंगनबाड़ी केंद्र के मरम्मत की जरूरत नहीं थी। इसलिए मरम्मत पर खर्च धनराशि की वसूली होगी। गौहनिया में सुग्रीव के घर से ज्ञानदास घर तक बिना नाली निर्माण कराए ही धनराशि निकली गई है, जिसकी रिकवरी होगी। इसी के साथ इंटरलॉकिंग निर्माण, मिट्टी कार्य में भी अनियमितता की पुष्टि हुई है।
डीडीओ जीपी कुशवाहा ने बताया कि शिकायत की मौके पर की गई जांच में प्रथमदृष्टया कई आरोपों की पुष्टि हुई है। हालांकि मौके पर मौजूद कर्मचारियों की तरफ से इस संबंध में कोई अभिलेख उपलब्ध नहीं कराया गया। डीडीओ ने बीडीओ शोहरतगढ़ को ग्राम पंचायत बूढ़ापार में 13 बिंदुओं की जांच रिपोर्ट की अभिलेखीय परीक्षण करने के निर्देश दिए है। उन्होंने निर्देश दिया है कि जिन कार्यों में सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है, संबंधित से उसकी वसूली करने के साथ दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई सुनिश्चित करें।